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Durva Bhag 3 class 8 - Goa Board: दूर्वा भाग 3 कक्षा 8 - गोवा बोर्ड
By Shikshan Sanchalnalay Panaji Goa. 2017
दूर्वा भाग-3 कक्षा आठवीं यह किताब राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2005 के आधार पर तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है।…
राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की नयी रूपरेखा भाषा को बच्चे के व्यक्तित्त्व का सबसे समृद्ध संसाधन मानते हुए उसे पाठ्यक्रम के हर विषय से जोड़कर देखती है। हम जानते हैं कि भाषा की शिक्षा मातृभाषा से प्रभावित मात्र ही नहीं होती बल्कि वह द्वितीय भाषा कौशल की समृद्धि में भी लाभप्रद और सहायक सिद्ध होती है। इसलिए बदलते परिवेश एवं संदर्भ में ज्ञान के क्षेत्रों में हो रहे व्यापक परिवर्तन के कारण भी भाषा की शिक्षा को अन्य विषयों की शिक्षा के साथ मिलाजुलाकर देखने की ज़रूरत है। भाषा की महत्ता तो स्वयं सिद्ध है। इसी को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों की हिंदी की सामान्य संरचनाओं की जानकारी को धीर-धीरे उसकी विशिष्ट और विपुल संरचनाओं से जोड़ने की कोशिश की गई है। इसमें हिंदी भाषा और साहित्य के विविध रूप-स्वरूप को सरल, सहज और रुचिकर पाठों के माध्यम से विद्यार्थियों के सामने प्रस्तुत किया गया है। हिंदी भाषा और साहित्य की विभिन्न विधाओं और शैलियों के साथ-साथ अन्य-विषयक ज्ञान से संबंधित सामग्रियों से तैयार विभिन्न पाठों द्वारा विद्यार्थियों को हिंदी की समृद्ध परंपरा से स्वाभाविक रूप से जोड़ने की कोशिश की गई है।
Jharkhand Sar Sangrah - Jharkhand Lok Seva Aayog: झारखण्ड सार संग्रह - झारखण्ड लोक सेवा आयोग
By Arun Agrawal, Swati Srivastav. 2021
'झारखण्ड सार संग्रह' पुस्तक का अष्टम् संस्करण है। यह पुस्तक झारखण्ड राज्य में आयोजित की जाने वाली उन सभी राज्यस्तरीय…
परीक्षाओं हेतु समान रूप से उपयोगी है जिनके प्रश्नपत्र में झारखण्ड राज्य से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। पुस्तक की सरल, त्रुटिहीन एवं क्रमबद्ध रूप में प्रस्तुतिकरण का पूर्णतः ध्यान रखा गया है। साथ ही विश्वसनीय एवं अद्यतन स्रोतों से आँकड़ों के एकत्रीकरण के साथ-साथ यथासंभव मानचित्र, डायग्राम, चार्ट आदि द्वारा पुस्तक को सुगम, ग्राह्य व रोचक बनाने का प्रयास किया गया है। यह पुस्तक बहुप्रतीक्षित परीक्षोपयोगी आवश्कताओं की पूर्ति करेगा। पुस्तक के इस संस्करण में झारखण्ड के सभी 24 जिलों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों हेतु एक अलग खण्ड शामिल किया गया है। साथ ही झारखण्ड लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा हेतु संशोधित पाठ्यक्रम की विषय वस्तु यथा- सीएनटी एवं एसपीटी कानून, जनजातीय शासन व्यवस्था, प्रमुख सरकारी नीतियाँ, पर्यावरण संबंधी तथ्य, झारखण्ड में आपदा प्रबंधन आदि को भी शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त विगत परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्नों से संबंधित तथ्यों को यथास्थान तारांकित (*) कर दिया गया है, ताकि इस पुस्तक का अध्ययन करते समय अभ्यर्थियों को आगामी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों के संबंध में एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में पर्याप्त सहायता मिल सके।
Durva Bhag 1 class 6 - Goa Board: दूर्वा भाग 1 कक्षा 6 - गोवा बोर्ड
By Shikshan Sanchalnalay Goa Sarkar Panaji Goa. 2015
कक्षा छह के लिए तैयार की गई दूर्वा भाग-1 पाठपुस्तक है। इस पाठ्यपुस्तक में पाठों की संरचनाएँ पूर्वनिर्धारित और अभिक्रमिक…
हैं। जिन पाठों में जो संरचनाएँ शिक्षण बिंदु के रूप में प्रमुखतः निर्धारित की गई हैं, उन्हें ही पाठ में स्वभाविक ढंग से उभारने का प्रयास किया गया है। पाठों के साथ लिखित और मौखिक अभ्यास दिए गए हैं। मानक हिंदी वर्णमाला, बारहखड़ी एवं संयुक्ताक्षरों के विभिन्न रूपों को वर्गीकृत करके प्रस्तुत किया गया है। अधिगम की दृष्टि से कठिन माने जानेवाले संयुक्त वर्णों तथा र के तीन रूपों को नवें, दसवें और ग्यारहवें पाठ में सिखाया गया है। पाठ के अभ्यासों में व्याकरणिक भाषा-अभ्यास के बदले भाषा संबंधी सहज प्रयोगों को रखा गया है। बातचीत में प्रयुक्त होनेवाले भाषा-अवयवों, जैसे–'हाँ-नहीं' आदि के अंतर को प्रश्नोत्तर के रूप में बताया गया है। पाठों का संयोजन इस प्रकार किया गया है जिससे विद्यार्थी हिंदी के विभिन्न भाषा रूपों से परिचित हो सकें, पत्र-लेखन के विभिन्न पहलुओं को सिखलाने के लिए अलग से एक पाठ दिया गया है। शब्द और वस्तु से परिचय के साथ शब्द-लेखन करवाने के लिए चित्रों से शब्दों का मिलान करने तथा खाली स्थान भरने संबंधी वर्ग पहेली सरीखे अभ्यास दिए गए हैं ।
Chandi Charitra: चण्डी-चरित्र
By Dr Puranchand Tandan. 2001
“वरदायिनी चण्डी-चरित्र” (गुरु गोविन्द सिंह विरचित) वास्वत में भक्ति-भावों को सशक्त एवं प्रखर बनाने की विलक्षण प्रेरणा है। भक्ति की…
अन्य रचनाएँ जिनमें विनय, प्रेम, वात्सल्य अथवा दास्य आदि भाव प्रबल रहते हैं, उनसे यह रचना नितान्त भिन्न है। इस रचना से पाठकों-भक्तों के भीतर उत्साह, उमंग एवं पराक्रम की भावना का संचार भी होता है। शक्ति-स्तुति की भावना से जुड़कर हम अपने भीतर के कालुष्य का निवारण करते हैं। मन की परतें उज्ज्वल हो जाती हैं। वीरता और भक्ति भावना का यह अद्भुत संगम ही इस रचना की विशिष्टिता है। शक्ति की उपासना, वास्तव में विश्वास की, शिवत्व की तथा सत्य-भावना की उपासना है। अपने भीतर की शक्ति को हम सब जगाएँ, आज यह आवश्यक भी है। न्याय और धर्म की प्रतिष्ठा के लिए, सहनशीलता, क्षमा और दया की निरंतर पूजा के लिए यह आवश्यक है कि हम 'शक्तिमान' बनें। गुरु गोविन्द सिंह का यही स्वप्न है जो ‘चण्डी-चरित्र' के माध्यम से वे देखते हैं। निष्क्रीय समाज को सक्रिय बनाने एवं अकर्मण्य को कर्म का सूत्र प्रदान करने की यह नित्य-कोशिश है।
Rag Virag Ek Vivechan: राग-विराग एक विवेचन
By Dr Ramvilas Sharma. 1974
'राग-विराग' निराला की 130 महत्त्वपूर्ण एवं सर्वश्रेष्ठ कविताओं का प्रामाणिक संकलन है, जिसे हिंदी साहित्य के सुविख्यात विद्वान् डॉ. रामविलास…
शर्मा ने संकलित एवं संपादित किया है। निश्चय ही यह संकलन निराला के संपूर्ण काव्य-साहित्य का प्रतिनिधित्व करता है। प्रस्तुत पुस्तक 'राग-विराग: एक विवेचन' में इन्हीं कविताओं की सर्वांगीण समीक्षा व विशद व्याख्या प्रस्तुत की गई है। 'राग-विराग: एक विवेचन' नाम्नी प्रस्तुत पुस्तक दो भागों में विभक्त है- आलोचना भाग व व्याख्या भाग। 'आलोचना भाग' में निराला से संबद्ध सभी महत्त्वपूर्ण विषयों पर वैज्ञानिक ढंग से शोधपूर्ण विवेचन प्रस्तुत किया गया है। साथ ही उनकी तीन कालजयी कविताओं से संबंधित समीक्षात्मक विषयों का भी समावेश किया गया है। 'व्याख्या भाग' में विभिन्न विश्व विद्यालयों के पाठ्यक्रम में निर्धारित कविताओं की प्रामाणिक व्याख्या प्रस्तुत की गई है। प्रस्तुत संशोधित/परिवर्धित संस्करण में पुस्तक को और अधिक उपयोगी बनाने की चेष्टा की गई है।
Kavitavali: कवितावली
By Indradev Narayan. 1994
गोस्वामी श्री तुलसीदासजी द्वारा विरचित तथा श्री इन्द्रदेव नारायण जी द्वारा अनुवादित यह पुस्तक भावुक भक्तों को प्राणों के समान…
प्रिय है। इसमें भगवान श्रीराम के बालकाण्डसे लेकर उत्तरकाण्ड पर्यन्त लीलाओं का बड़ा ही मनोहारी चित्रण है।
BSHF-101 मानविकी और सामाजिक विज्ञान में आधार पाठ्यक्रम (खंड 6: कलाएँ और सौन्दर्यशास्त्र) - इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय…
मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । कलाएँ और सौन्दर्यशास्त्र किसी भी समाज की सभ्यता सम्बन्धी प्रक्रिया के आधार हैं। उनमें हमें मानवीय कल्पनाशीलता और संवेदनशीलता की उच्चतम अभिव्यक्ति मिलती है। इस खंड में चार आधारभूत पहलुओं पर चर्चा की गई है अर्थात् (i) साहित्य, (ii) ललित कलाएँ, (iii) नृत्य व संगीत, और (iv) चलचित्र व रंगमंच। हमने इन इकाइयों में कला के उन विभिन्न रूपों की रूपरेखा प्रस्तुत करने का प्रयास किया है जो इन अभिव्यक्तियों में विकसित हुए हैं।
Rohatasmath: रोहतासमठ
By Shree Babu Durgaprasad Khatri. 2020
जमानिया तिलिस्म के राजा गोपालसिंह बडे बहादुर लेकिन नेक और सज्जन व्यक्ति थे । किन्तु उनकी रानी बड़ी ही धूर्त…
और ऐयाश थी जिसने धोखा देकर उन्हें कैद में डाल दिया और उन्हें मरा मशहूर करके उनके राज्य और तिलिस्म पर कब्जा कर लिया । किन्तु राजा गोपालसिंह के एक तेज ऐयार ने उनका पता लगाकर उन्हें छुड़ाया । उसके बाद उन्होंन कैसे अद्भुत काम किये और किस तरह तिलिस्म को तोड़ कर वहां की दौलत और अद्भुत वस्तुओं पर कब्जा किया, ये सनसनीखेज कथा इस उपन्यास में पढ़िये ।
Kritika Bhag 1 class 9 - NCERT: कृतिका भाग 1 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी
By Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2019
कृतिका भाग 1 कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया…
है, इस पुस्तक में कुल पाँच पाठ हैं – इस जल प्रलय में, मेरे संग की औरतें, रीढ़ की हड्डी, माटी वाला और किस तरह आखिरकार में हिंदी में आया और अंत में लेखक परिचय दिय़ा है। पुस्तक में पाठ के साथ प्रश्न-अभ्यास दिए गए हैं, जो पाठ को रोचक बनाने, उसे स्पष्ट करने में मदद करेंगे। पुस्तक के अंत में लेखक परिचय का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है।
सेल्फ पब्लिशिंग: एक सबसे ज्यादा बिकने वाली पुस्तक के लेखन और विपणन के लिए गाइड
By Adidas Wilson. 2020
अपनी खुद की ई-पुस्तक प्रकाशित करना पार्क में चलने जैसा कभी नहीं होता, लेकिन सेवाओं, प्लेटफार्मों और उपकरणों की उपलब्धता…
से यह आसान हो गया है। स्व-प्रकाशकों के चुनने के लिए बहुत सारे विकल्पों के साथ, लेखकों को स्वयं को इस प्रकार व्यवस्थित करना सुनिश्चित करना चाहिए वे अधिकतम दर्शकों तक पहुंच सकें। परिचय 1. सेल्फ पब्लिश कैसे करें 2. अपनी ब्लॉग को बढ़ावा देने के लिए अतिथि ब्लॉगिंग 3. अमेज़न बुक रिव्यू के लिए एक गाइड 4. इंडी लेखक सुपर प्रशंसक कैसे बना सकते हैं 5. अपनी पुस्तक को बाज़ार में कैसे लाएँ 6. बेस्ट सेलिंग बुक आइडिया बनाने के टिप्स 7. ईमेल सूची 8. बुक लैंडिंग पेज 9. एक नॉनफिक्शन ईबुक लिखें 10. आपकी ईबुक कितनी लंबी होनी चाहिए? 11. सेल्फ-पब्लिशर के रूप में एक आला खोजना 12. आपकी पुस्तक के लिए मार्केटिंग वीडियो 13. गलतियाँ सेल्फ-पब्लिशर्स बुक कवर्स पर बनाते हैं 14. क्यों स्व-प�
Bharat Bhautik Paryavaran class 11 - NCERT: भारत भौतिक पर्यावरण 11वीं कक्षा
By Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2020
भारत भौतिक पर्यावरण 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया…
है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में खंड 1 प्रस्तावना में स्थिति-विश्व में भारत का स्थान एवं आंतरिक संबंध, खंड 2 - भूआकृति विज्ञान में संरचना एवं उच्चावच; भूआकृतिक विभाजन; अपवाह तंत्र; जल विभाजक संकल्पना; हिमालय और प्रायद्वीपीय, खंड 3 - जलवायु, वनस्पति एवं मृदा में मौसम एवं जलवायु - तापमान, वायुदाब, पवन और वर्षा का स्थानिक एवं कालिक वितरण; भारतीय मानसूनः क्रियाविधि, आरंभ एवं परिवर्तिता - स्थानिक एवं कालिक; जलवायु प्रकार; प्राकृतिक वनस्पति-वनों के प्रकार एवं वितरण, वन्य जीवन संरक्षरण, जीव मंडल निचय, मृदा-प्रमुख प्रकार एवं विभाजन, मृदा अवकर्षण एवं संरक्षण और खंड 4 - प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ: कारण, परिणाम तथा प्रबंध में बाढ़ तथा सूखा; भूकंप तथा सुनामी; चक्रवात; भू-स्खलन आदी के विषय पर चर्चा की गई है।
Manovigyan class 11 - NCERT - 23: मनोविज्ञान कक्षा ११ - एनसीईआरटी - २३
By Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2020
मनोविज्ञान 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है।…
इस किताब में मनोविज्ञान के आनुभाविक स्वरूप तथा मानव व्यवहार के अध्ययन में वैज्ञानिक उपागम को अपनाने के विषय को अवगत किया है। कक्षा 11 में मनोविज्ञान इस पाठपुस्तक में विभिन्न विशेषज्ञाों, महाविद्यालयों एवं विद्यालय से निविष्टीयाँ प्राप्त की गई है। इस पाठपुस्तक में मानव व्यवहार के विश्लेषण को वैज्ञानिक ढंग से करने तथा सामन्य बोध से अलग व्याख्याओं का उपयोग करने का समावेश किया गया है।
Crystal Lodge - Novel: क्रिस्टल लॉज - उपन्यास
By Surender Mohan Pathak. 2015
मुकेश माथुर एक स्वतंत्र आपराधिक वकील हैं। कमलेश दीक्षित पर उनके लॉजिस्टिक्स अभय सिंह राजपुरिया, क्रिस्टल लॉज के मालिक की…
हत्या का आरोप है। मुकेश ने कमलेश दीक्षित का बचाव करने का फैसला किया। उसकी जांच उसे कई अन्य संदिग्धों तक ले जाती है, जिन्हें पुलिस ने आसानी से अनदेखा करने के लिए चुना है। दीक्षित के खिलाफ सभी सबूतों के बावजूद, वह निर्दोष की दलील दे रहा है। क्या मुकेश माथुर दीक्षित का बचाव करने में सक्षम होंगे? पुलिस उसे पकड़ने के लिए इतनी उत्सुक क्यों है?
Vigyan class 8 - NCERT - 23: विज्ञान ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
By Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2020
विज्ञान कक्षा 8th, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक विकास समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता…
व्यक्त करती है। हम विज्ञान एवं गणित की पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जे.वी. नार्लीकर और इस पाठ्यपुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर विष्णु भगवान भाटिया के विशेष आभारी हैं। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया; इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति ( मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी, जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।
Bharat ka Samvidhan Siddhant aur Vyavahar class 11 - RBSE Board: भारत का संविधान सिद्धांत और व्यवहार 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
By Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer. 2020
भारत का संविधान सिद्धांत और व्यवहार कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित…
किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पाठ्यपुस्तक में संविधान के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने के बजाय संविधान के बुनियादी तर्क और वास्तविक जीवन में इसकी परिणतियों पर तोर दिया गया है। यह किताब आपका परिचय संविधान की धारणा से करायेगी, संविधान के बनने और इसके कामकाज की कथा सुनाएगी। यह तो निश्चित है ही कि हम इस किताब में संविधान के विभिन्न मुख्य प्रावधानों की चर्चा करेंगे।
म्यूचुअल फंडस: म्यूचुअल फंड दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण के लिए रिटायरमेंट योजना
By एडिडास विल्सन. 2020
म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो गए हैं और उन्हें समझना आसान है। वे सीमित धन, समय या ज्ञान…
के साथ निवेशकों को लाभ और सरलता प्रदान करते हैं। यदि आप अभी भी इस बारे में अनिच्छुक हैं कि क्या म्यूचुअल फंड आपके लिए बहुत अच्छा है, तो इन लाभों को देखें। परिसंपत्ति की विविधता छोटे निवेशकों और बड़े लोगों के लिए निवेश का एक प्रमुख नियम है। विविधता एक पोर्टफोलियो के भीतर विभिन्न प्रकार के परिसंपत्ति वर्गों और निवेशों का संयोजन है। यह जोखिम को प्रबंधित करने में मदद करता है। एक विविध पोर्टफोलियो के लिए, ऐसे शेयरों को खरीदना बुद्धिमानी है जो विभिन्न उद्योगों से अलग-अलग पूंजीकरण के साथ-साथ अन्य जारीकर्ताओं से अलग-अलग परिपक्वता वाले बांडों के लिए हैं। यह रणनीति एक व्यक्तिगत निवेशक के लिए महंगी हो सकती है। जब आप म्यूचुअल फंड खरीदते हैं, तो आपको उच्च परिसंपत्ति के बि�
Krusnayan: कृष्णायन
By Kajal Oza Vaidya. 2020
‘महाभारत’में कृष्ण एक राजनीतिज्ञ के रूप में प्रकट होते हैं तो’भागवत’में उनका दैवी स्वरूप दिखाई देता है।’गीता’में वे गुरु हैं,ज्ञान…
के भंडार हैं|स्वयं चेतना बन प्रकट होते हैं तो कभी सहज,सरल मानवीय संवेदनाओं के साथ|हम क्यों उन्हें नहीं देख सकते?द्रौपदी के साथ उनका संबंध आज से हजारों वर्ष पहले स्त्री - पुरुष की मित्रता का एक श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत करता है|रुक्मिणी के साथ का दांपत्य - जीवन विद्वत्तापूर्ण,समझदारी पर आधारित,स्नेह और एक - दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान से भरा गृहस्थ - जीवन है|राधा के साथ उनका प्रेम इतना सत्य है कि सिर्फ विवाह को मान्यता देनेवाले इस समाज ने राधा - कृष्ण की पूजा की है|
Ganit Bhag-1 class 12 - NCERT - 23: गणित भाग-1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी - २३
By Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2020
गणित भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया…
गया है। विषय की प्रमाणिकता की दृष्टि से पुस्तक को प्रभावित करने वाले कुछ आवश्यक तत्वों का उल्लेख करते हैं। ये विशिष्टताएँ लगभग इस पुस्तक के सभी पाठों में परिलक्षित हैं। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 6 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं। अंततः विषय की संकल्नाओं के सूत्र एवं परिणाम के प्रत्यक्ष सार-कथन के लिए पाठ का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया है।
Jungal jahan shuru hota hai: जंगल जहाँ शुरू होता है
By Sanjeev. 2019
पिछले कुछ वर्षों में हिन्दी लेखकों ने बहुधा अनछुए, परित्यक्त और वर्जित क्षेत्रों की यात्राएँ की हैं - जनजातियाँ, कोयला…
खदान, समुद्र, अन्तरिक्ष, तकनॉलॉजी और वे तमाम क्षेत्र जहाँ जिन्दगी साँस लेती है।
Vishwa Bhugol - Ranchi University, N.P.U: विश्व भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
By Majid Husain. 2007
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) द्वारा तैयार किये गये स्नातक (graduate) तथा स्नात्कोत्तर (post-graduate) पाठ्यक्रमों (syllabus) में भी संसार…
के महाद्वीपों तथा देशों के भूगोल को कोई स्थान नहीं दिया गया है। इसके विपरीत, संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) की प्रारंभिक (prelims) परीक्षा के पाठ्यक्रम में संसार तथा प्रत्येक महाद्वीप के मुख्य देशों के भूगोल का विशेष स्थान है जिसके लिये लगभग 30 प्रतिशत अंक रखे गये हैं। भारत के विभिन्न राज्यों की प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षाओं में भी कुछ ऐसी ही स्थिति हैं। इन प्रारंभिक परीक्षाओं में उम्मीदवारों (candidates) की सामर्थ्यता की बारीकी के साथ परीक्षण के लिये प्रायोगिक (application), विश्लेषणात्मक (analytical), संलिष्ठ (synthetic) तथा तुलनात्मक (comparison) प्रकार के प्रश्न भूगोल के विद्वानों द्वारा तैयार किये जाते हैं। इस प्रकार के जटिल प्रश्नों का सविश्वास क्रमबद्ध सही उत्तर देने के लिये संसार के विभिन्न देशों के भूगोल का गहन अध्ययन अत्यावश्यक है। यह केवल एक संयोग है कि संसार के भूगोल पर अभी तक एक भी पुस्तक ऐसी नहीं लिखी गई जिसमें संसार के सभी महाद्वीपों, प्रदेशों तथा देशों की भौतिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं पर क्रमबद्ध तथा सुव्यवस्थित चर्चा की गई हो, जिससे कि विद्यार्थियों तथा प्रशासनिक परीक्षा के उम्मीदवारों की समस्याओं का समाधान निकल सके। इस पृष्ठभूमि में प्रस्तुत पुस्तक की योजना 1999 में तैयार की गई थी ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों की समस्याओं का किसी सीमा तक निवारण हो सके।