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By B. K. S. Iyengar. 2016
Yoga, meditation and worship renowned Yogacharya. The first book on the subject published in Hindi by Iyengar yoga. It is…
no exaggeration to say that yoga is different from the traditions, the book written on the subject, such as wide. The yoga purely for their Suddhacrn, their bits, according to the body's deficiencies and disease-related issues, etc. In relation to the selection of yoga elaborated intuitive guidance, as is simple and understandable. Microscopic analysis of yoga and yoga, which is useful for readers of all age groups.By मिस्टी एम. बेलर. 2019
जब उनका दक्षिण कैरोलिना वाला घर जलकर राख हो गया, तब एना स्टीवर्ट के पास एकमात्र विकल्प बचता है- अपने…
छोटे भाई के साथ टेक्सास के खेत में जाना। उनकी संभावनाएं बेहतर लगने लगती हैं। किसान के चरवाहे बेटे, जैकब ओ'ब्रायन की नीली आँखों ने एना की जिंदगी की सुनियोजित कहानी में एक मोड़ ला दिया। जब जानलेवा पशु चोरों के एक गिरोह का खतरा बढ़ जाता है, और उन नीली आंखों वाले चरवाहे को दिल दे बैठती है तब क्या एना अपना सबकुछ भगवान के शक्तिशाली हाथों में सौंप देती है ...?By Laurel A. Rockefeller. 2019
अ672ई92 पंचमविश्व बर्बाद होने वाला है - वास्तव में भी और राजनैतिक रूप से भी, क्योंकि इसका सूर्य अ672ई92 अपनी…
आख़िरी सांसें गिन रहा है, जिससे उसका आकार बढ़ता जा रहा है और वह धीरे-धीरे सारे ग्रहों को निगल लेगा जिससे सब लोग मारे जाएँगे - लेकिन वे लोग तो आपसी लड़ाइयों में ही ख़ुद को तबाह करने पर तुले हैं और अपने सूरज को यह मौका ही नहीं देना चाहते। जबकि ख़ून-ख़राबा अपने चरम पर है, दो व्यक्तियों पर न चाहते हुए भी उस विश्वयुद्ध को रुकवाने की ज़िम्मेदारी आ पड़ती है जो सारे ग्रह के लोगों को वहाँ से निकाल कर ले जाने की राह रोके हुए है। लोगों को सितारों से परे, नए ग्रह पर कौन, कैसे ले जाएगा?By Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya. 2016
एन ई एस – 104 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 2 इस पाठ्यक्रम में ‘बच्चो के सामाजिक-संवेगात्मक विकास…
में मार्गदर्शन’ में बच्चों की विशेष समस्याओं, जैसे वाक् दोष, अनुसूचित जनजाति के बच्चे एवं लड़कियों की सामाजिक और संवेगात्मक समस्याएँ आदी के बारे में जानकारी दि गई है। बच्चों के सामाजिक एवं संवेगात्मक समस्याओं का विश्लेषण, उनकी आत्मधारणा, अभिभावकों की प्रवृत्ति और सामाजिक पूर्वाग्रह का अध्ययन भी किया गया है।By Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya. 2016
एन ई एस – 104 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 1 इस पाठ्यक्रम में बच्चों की विशेष समस्याओं,…
जैसे बच्चों को प्यार, दुलार, स्नेह, मान्यता की आवश्यकता होती है। इन आवश्कताओं की पूर्ति बच्चों में सुरक्षा एवं आत्मविश्वास की भावना विकसित करती है। जब इन आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होती है तो बच्चों में असुरक्षा की भावना जागृत होती हैं एवं बच्चा परिवेश से समायोजन करने के कौशल नहीं सीख पाता है। इस खंड में हम बच्चों की सामान्य आवश्यकताओं एवं विभिन्न संवेगात्मक एवं आचरण संबंधी समस्याओं के बारे में अध्ययन करेंगे।By Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya. 2016
NES- 103 अधिगम के लिए मार्गदर्शन खंड 2 में चार इकाई दि गई है, अधिगम प्रक्रिया सुगम बनाना अभिभावकों एवं…
शिक्षकों का इसमें महत्वपूर्ण कार्य है। अधिगम की क्षमता मूलतः तीन महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करती है: खुद सीखने वाला, अधिगम-सामग्री तथा अधिगम विधियाँ। यह आवश्यक है कि हम सीखने वालों की अभिवृत्तियों तथा योग्यताओं, क्षमताओं तथा अक्षमताओं की पहचान करें। इस खंड में छात्रों की अधिगम संबंधी कुछ समस्याओं जैसे, अवधान, अभिप्रेरणा और अभिरुचि आदि की चर्चा करने का प्रयास किया गया है। इसके अतिरिक्त इसमें बच्चों की योग्यताओं तथा आवश्यकताओं को पहचानने एवं उनका मूल्यांकन करने तथा अधिगम की स्थितियों को अनुकूल बनाने के लिए सुझाव दिए गए हैं।By Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya. 2016
NES- 101 प्राथमिक विद्यालय का बालक – एक अध्ययन खंड 3 इनमें शारीरिक एवं गामक विकास, संज्ञानात्मक एवं भाषा विकास…
तथा सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक विकास पर चर्चा की गई है। इकाई 6 शारीरिक एवं गामक विकास पर है, इसमें शारीरक विकास की विशेषताओं के बारे में अध्ययन किया गया है। संज्ञानात्मक और भाषा विकास से संबंधित इकाई 7 में विकास की अवस्थाओं के बारे में पियाजे ने जिन आधारभूत मान्यताओं की स्थापना की थी, उन पर विचार करने का प्रयास किया गया है। इकाई 8 में बच्चों के सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक विकास पर विचार किया गया है। यह दृष्टान्तों के प्रस्तुतीकरण द्वारा उनमें अन्तर्सम्बन्धों पर प्रकाश डालता है। प्रस्तुत किए गए दृष्टान्त के विश्लेषण से बच्चों में सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक विकास के लक्षणों को समझने के लिए रोचक सहायता मिलती है। इन क्षेत्रों में विकास के प्रतिमान पर विस्तृत विचार किया गया है।By Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad, Raipur, C. G.. 2019
हिंदी पाठ्यपुस्तक कक्षा 10 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया…
गया है, इस पाठ्यपुस्तक में कविता, गीत, गजल, पद, नई कविता, बहुरंगी कहानियाँ, निबंध, हास्य-व्यंग्य, संस्मरण, साक्षात्कार, एकांकी आदि साहित्यिक विधाओं का समावेश किया गया है । हिंदी की अत्याधुनिक विधा हाइकु को पुस्तक में स्थान दिया गया है। ये विधाएँ मनोरंजक होने के साथ-साथ ज्ञानार्जन, भाषाई कौशलों / क्षमताओं के विकास, राष्ट्रीय भावना को सुदृढ़ करने का प्रयास किया गया है। बदलती दुनिया की नई सोच, वैज्ञानिक दृष्टि तथा अभ्यास को सहज एवं सरल बनाने के लिए संजाल, प्रवाह तालिका, विश्लेषण, उपयोजित लेखन, भाषाबिंदु आदि के माध्यम से पाठ्यपुस्तक में सामाहित किया गया है।BSHF-101 मानविकी और सामाजिक विज्ञान में आधार पाठ्यक्रम (खंड 1: मानव समाज एवं इसका विकास) – इग्नू यह किताब इंदिरा…
गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हमको समाज की संकल्पना से अवगत कराएंगे। समाज विज्ञानों में समाज तथा उसके अतीत, वर्तमान और भविष्य का अध्ययन किया गया है। मानव तथा आधुनिक समाज के उदय से संबंधित इकाइयाँ हैं। अंतिम इकाई में समकालीन समाज की धारणा विशेषतः उत्तर औधोगिक समाज की अवधारणा का परिचय दिया गया है। ये इकाइयाँ इस बात की जाँच करती हैं कि कैसे समाज में परिवर्तन घटित होता है और समय-समय पर उसमें परिवर्तन होता है समाज की इस परिवर्तन की प्रकृति के बारे में भी कुछ विचार व्यक्त किए गए हैं।By Rajya Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Kerala. 2019
हिंदी लोकभारती कक्षा 10वीं राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद्, केरल बोर्ड ने पाठ्यपुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया…
है। इस किताब में कहानी, कविता, उपन्यास-अंश, फ़िल्मी लेख, जीवनी, फ़िल्मी गीत, यात्रावृत्त, टिप्पणी आदि आपकी पसंद की विभिन्न विधाएँ हैं। राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) के मुताबिक कौशल विकास के अनुरूप गतिविधियाँ इसमें हैं। साथ ही आपदा प्रबंधन और जीवन कौशलों पर ध्यान दिया गया है। हिंदी भाषा और साहित्य पर अपना अधिकार पाने के साथ-साथ देश के सतर्क नागरिक के रूप में आपके विकास में भी यह किताब मदद करेगी।By Rhonda Byrne. 2008
This is the Hindi version of The Secret. The book starts by introducing the readers to the Law of Attraction…
in a simple way. The author descriptively talks about this law in the book and explains how it can be applied for the greater benefit of mankind. She emphasizes on the power of thought and urges readers to stay positive if they want to grow into fine human beings. She says that this positive power gets passed on to the universe and spreads positivity all around. She says in this book that people who are grateful will find it easy to be optimistic and shall be able to achieve their goals.BSHF-101 मानविकी और सामाजिक विज्ञान में आधार पाठ्यक्रम (खंड 3: सामाजिक व्यवस्था) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त…
विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में चार परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में विषय क्षेत्र का व्यापक आधार सम्मिलित किया गया है और बहुत सी आधारभूत अवधारणाओं को स्पष्ट किया गया है। इस प्रकार सामाजिक संरचना संबंधी इकाई में एक ओर भूमिका और प्रस्थिति की महत्वपूर्ण अवधारणाओं का तो दूसरी ओर श्रम के स्तरीकरण का तथा विभाजन का विवेचन किया है। यह खंड अध्ययन के लिए बहुत उपयोगी है, क्योंकि इसमें अध्ययन की बुनियादी अवधारणाओं और क्षेत्रों का विवेचन सामान्य रूप में स्नातक उपाधि कार्यक्रम (Bachelor's Degree Programme; BDP) और विशेष रूप से समाज विज्ञान (Sociology) में स्नातक कार्यक्रम के लिए किया गया है।BHDLA - 135 हिंदी भाषा : विविध प्रयोग (खंड 1: भाषा तत्व और बोधन) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी…
राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में सात परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में विषय क्षेत्र का व्यापक आधार सम्मिलित किया गया है और बहुत सी आधारभूत अवधारणाओं को स्पष्ट किया गया है। इन सब इकाइयों में पाठों से संबंधित व्याकरणिक बिंदुओं को विशेष रूप से समझाया गया है। अगर आप इस खंड में सीखे हुए बिंदुओं को ध्यान में रखें तो अधिक आसानी से विविध विषयों का वाचन कर सकेंगे और वाचन के अभ्यास से अभिव्यक्ति में पर्याप्त दक्षता हासिल कर सकेंगे। प्रत्येक इकाई के अंत में हमने विषय से संबद्ध उपयोगी पुस्तकों की सूची भी दी है। पुस्तकालय जाकर आप इन पुस्तकों के माध्यम से विषय का गहन अध्ययन भी कर सकते हैं।BHDLA - 135 हिंदी भाषा : विविध प्रयोग (खंड 2: वाचन और विविध विषय) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी…
राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छः परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में विषय क्षेत्र का व्यापक आधार सम्मिलित किया गया है और बहुत सी आधारभूत अवधारणाओं को स्पष्ट किया गया है। इन सब इकाइयों में पाठों से संबंधित व्याकरणिक बिंदुओं को विशेष रूप से समझाया गया है। ज्ञान - विज्ञान के विषयों को पढ़ने के लिए इन विषयों की विशिष्ट पारिभाषिक शब्दावली का ज्ञान आवश्यक है। पारिभाषिक शब्द बोलचाल की भाषा से भिन्न निश्चित अर्थ में प्रयुक्त होते हैं। ज्ञान -विज्ञान के विषयों का वाचन करने की प्रक्रिया में बहुत से पारिभाषिक शब्द उन विषयों के संदर्भ में आपके सामने आएँगे। इनके बारे में हमने इकाइयों में आपको विस्तार से जानकारी दी है।BHDF-101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 2: वाचन और विविध विषय) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय…
ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छः परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में विषय क्षेत्र का व्यापक आधार सम्मिलित किया गया है और बहुत सी आधारभूत अवधारणाओं को स्पष्ट किया गया है। इन सब इकाइयों में पाठों से संबंधित व्याकरणिक बिंदुओं को विशेष रूप से समझाया गया है। ज्ञान - विज्ञान के विषयों को पढ़ने के लिए इन विषयों की विशिष्ट पारिभाषिक शब्दावली का ज्ञान आवश्यक है। पारिभाषिक शब्द बोलचाल की भाषा से भिन्न निश्चित अर्थ में प्रयुक्त होते हैं। ज्ञान -विज्ञान के विषयों का वाचन करने की प्रक्रिया में बहुत से पारिभाषिक शब्द उन विषयों के संदर्भ में आपके सामने आएँगे। इनके बारे में हमने इकाइयों में आपको विस्तार से जानकारी दी है।By Indira Vishvavidyalaya. 2019
BSOC-131 समाजशास्त्र का परिचय – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है…
। इस पाठ्यक्रम में तीन खंड और तेरह इकाइयाँ (अध्याय) हैं। सबसे पहला "समाजशास्त्रः अनुशासन और परिप्रेक्ष्य” शीर्षक खंड समाजशास्त्र और सामाजिक मानव विज्ञान के रूप में अन्तः संबंधित अनुशासन के उद्भव को भी अवस्थित करता है लेकिन उन्हें विशिष्ट अनुशासन के रूप में भी स्थापित करता है। खंड 2 जिसका शीर्षक है "समाजशास्त्र और अन्य सामाजिक विज्ञान समाजशास्त्र के अन्य संबंधित विषयों के साथ समाजशास्त्र के संबंधों पर चर्चा करता है, विशेष रूप से, मानव विज्ञान, मनोविज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र औरराजनीति विज्ञान के साथ। इसकी पाँच इकाइयाँ हैं। “बुनियादी अवधारणाओं" शीर्षक के तहत खंड 3 समाजशास्त्र में प्रयुक्त कुछ मूल अवधारणाओं की व्याख्या करता है। उनमें शामिल है "संस्कृति और समाज", "सामाजिक समूह और समुदाय", "संघ और संस्थाएँ", "प्रस्थिति और भूमिका", "समाजीकरण", "संरचना और कार्य", और "सामाजिक नियंत्रण और परिवर्तन"।BHDF-101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 3: साहित्य का आस्वादन) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने…
हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हम कुल छह इकाइयाँ दे रहे हैं। इकाई 13 में प्रेमचंद की कहानी ‘पूस की रात’ वाचन के लिए दी जा रही है। इकाई 14 में हरिशंकर परसाई द्वारा लिखित एक व्यंग्य-निबंध : ‘वैष्णव की फिसलन’ दिया गया है। इकाई 15 में मोहन राकेश का ‘बहुत बड़ा सवाल’ शीर्षक एकांकी वाचन के लिए दिया गया है। इकाई 16 में ‘जीने की कला’ शीर्षक महादेवी का एक नारी समस्या से संबंधित निबंध दिया गया है। इकाई 17 में 'जूठन' शीर्षक ओम प्रकाश वाल्मीकि की आत्मकथा का एक अंश दिया गया है। अंतिम इकाई में सूरदास, तुलसीदास, मैथिलीशरण गुप्त, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ एवं महादेवी वर्मा का काव्य, वाचन के लिए दिया गया है। इस प्रकार इन इकाइयों में कहानी, व्यंग्य, निबंध, आत्मकथा और कविता नामक विधाओं का अध्ययन करेंगे। वाचन के अतिरिक्त इनमें इन विधाओं की विशेषताएँ बतायी गयी हैं।BSHF-101 मानविकी और सामाजिक विज्ञान में आधार पाठ्यक्रम (खंड 5: आर्थिक विकास) - इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त…
विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड की चार इकाइयाँ हैं, इकाई 17 में भारत की अर्थव्यवस्था की आधारभूत संरचना का विवेचन किया गया है। यह आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास के बीच अंतर से प्रारंभ होता है। इकाई 18 आर्थिक योजना के भारतीय परिप्रेक्ष्य को दर्शाता है जोकि आर्थिक विकास की प्राप्ति में सहायक भूमिका निभाई है। इसमें विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं के मुख्य उद्देश्यों और दबाब क्षेत्रों को स्पष्ट किया गया है। इकाई 19 में भारत की अर्थव्यवस्था का आकलन किया गया है। योजना उद्देश्यों को पृष्ठभूमि में रखते हुए इस इकाई में स्वतंत्रयोत्तर अवधि के दौरान आर्थिक संवृद्धि के संदर्भ में अंतर्वैयक्तिक और अतः क्षेत्रीय असमानता में न्यूनीकरण और गरीबी उन्मूलन के आधार पर भारत की अर्थव्यवस्था के निष्पादन का विश्लेषण किया गया है। इकाई 20 में भारतीय अर्थव्यवस्था के भूमंडलीकरण के आधारभूत सिद्धांतों और 1990 के दशक के दौरान देखे गए आमूलचूल नीति परिवर्तनों के पीछे तर्कों का विवेचन किया गया है।By Raipur, C. G., Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2017
अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 1 ते अध्याय 5) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर…
ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 9 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।By Raipur, C. G., Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad. 2017
अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 6 ते अंतिम अध्याय) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर…
ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 9 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।